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    Firecrackers and Hearing Loss: पटाखों की तेज आवाज से हो सकती है कानों की यह बीमारी, इन बातों का रखें ध्यान

    3 days ago

    Firecrackers Hearing Loss: आजकल त्योहार हो या फिर कोई अवसर. लोग अपनी खुशियों के इजहार में पटाखों को शामिल कर चुके हैं. इससे निकलने वाले तेज धमाके हमारी खुशियों का हिस्सा बन चुके हैं. लेकिन क्या आपको मालूम है कि इससे निकलने वाली तेज आवाज आपके कानों को कितना नुकसान पहुंचा सकती है. अगर नहीं मालूम है, तो चलिए आपको बताते हैं कि पटाखों की तेज आवाज से आपके कानों को कितना नुकसान हो सकता है.

    पटाखों की आवाज कितनी खतरनाक?

    अमेरिकन ENT एसोसिएशन के अनुसार, इससे निकलने वाली आवाज का लेवल कई बार काफी ज्यादा होता है, यह 150 से 175 डेसिबल तक पहुंच जाता है. वहीं अगर बात करें कि इंसान किस डेसिबल तक आवाज सुनने में सक्षम होता है, तो वह है 85 डेसिबल. इससे अधिक जितना साउंड बढ़ता है, उतना ही हमें दिक्कत होने लगती है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन डेफनेस एंड अदर कम्युनिकेशन डिसऑर्डर्स के अनुसार, जब हम अचानक काफी तेज आवाज सुनते हैं, तो इससे हमें नोइस इंड्यूस्ड हियरिंग लॉस की समस्या होने लगती है. यह दिक्कत कई बार इतनी ज्यादा हो जाती है कि इसके कारण इअरड्रम फट जाना, कान में लगातार आवाज आना और परमानेंट हियरिंग लॉस तक हो सकता है.

    कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?

    WHO और NIDCD के अनुसार, पटाखों की तेज आवाज से आपको कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें टिनिटस पहले नम्बर पर आता है. इसमें होता यह है कि कान में लगातार घंटी या भनभनाहट की आवाज आती रहती है. इसके अलावा हियरिंग लॉस की भी समस्या लोगों को हो सकती है. कई बार दिक्कत कम होती है, तो कई बार आप हमेशा के लिए सुनने की क्षमता खो सकते हैं. अचानक धमाका कान के पर्दे को फाड़ सकता है. इसके साथ ही हाइपराक्यूसिस की दिक्कत भी लोगों को होने लगती है. इसमें होता यह है कि हमें डेली जो आवाजें सुनने को मिलती हैं, उनसे भी दिक्कत होने लगती है.

    क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

    अगर बात करें कि इसको लेकर एक्सपर्ट का क्या कहना है, तो पटाखों के शोर से बचने के लिए कुछ सरल सावधानियां अपनाना जरूरी है. पटाखों को जलाते समय उनसे सुरक्षित दूरी पर खड़े रहें. आवाज का प्रभाव दूरी के साथ कम होता है. ईयरप्लग या इयरमफ पहनने से कान सुरक्षित रहते हैं. छोटे बच्चों के कान खासतौर पर नाज़ुक होते हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा पर अतिरिक्त ध्यान दें. इसके अलावा अगर पटाखों की आवाज के बाद कान में बजना, सुनने में कमी या भारीपन महसूस हो, तो तुरंत ENT डॉक्टर से संपर्क करें.

    इसे भी पढ़ें: Diwali home cleaning hacks: धूल से एलर्जी है तो दिवाली की सफाई में न करना यह गलती, हो जाएगी मुसीबत

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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