स्मृति ईरानी के शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में इन दिनों अंगद और वृंदा पर फोकस किया जा रहा है. करवाचौथ के दिन अंगद ने वृंदा को पानी पिलाकर मुसीबत मोल ले ली है. क्योंकि सास भी कभी बहू थी में देखने को मिला कि तुलसी ये पता लगाने की कोशिश करती है कि आखिर वृंदा के घर के बाहर आखिर हंगामा क्यों हो रहा है.
इस दौरान अंगद अपनी मां को सारी सच्चाई बता देता है. इधर, वृंदा से सुहास शादी तोड़ने की बात करता है. इतना ही नहीं बल्कि वो वृंदा के परिवार से दहेज तक मांगता है. इसी बीच शो में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा.क्योंकि सास भी कभी बहू थी के अपकमिंग एपिसोड में देखने को मिलेगा कि वृंदा की मदद कर अंगद बुरी तरह से फंस जाएगा.
रणविजय होगा खुश
अंगद से ही सुहास वृंदा संग शादी करने के लिए पैसे मांगता है. इस बात को सुनने के बाद अंगद को सदमा लगने वाला है.अंगद और सुहास के बीच हो रही लड़ाई को देख रणविजय काफी खुश होता है. इतना ही नहीं बल्कि वो अपनी जीत का जश्न मनाता है.
दूसरी तरफ रणविजय के संग शादी करने के लिए परिधि नई चाल चलने वाली है. तुलसी बार-बार इस शादी से इंकार करती है, ऐसे में उसकी मिहिर से लड़ाई होने वाली है.अब जल्द ही तुलसी के घर पार्वती पहुंचने वाली है.
अंगद-वृंदा की होगी शादी
पार्वती को पता चलेगा कि मिहिर और तुलसी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. ऐसे में वो दोनों के झगड़े को खत्म करवाएगी.बता दें दीवाली खत्म होते ही वृंदा और सुहास की सगाई टूटेगी. ऐसा होते ही तुलसी अपने बेटे अंगद के लिए वृंदा का हाथ मांगेगी.