Domestic Help Salary in India: भारत एक ऐसा देश है, जहां घर का कामकाज बिना किसी हेल्पिंग हैंड के मैनेज होना मुश्किल है इसलिए अधिक घरों में आपको बाई, मेड या हाउस हेल्प नजर आ जाएंगे. काम और शहर के हिसाब से इनकी पगार तय की जाती है, वह भी मोलभाव के साथ. हालांकि, आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी हाउस हेल्प की सैलरी सुनकर कॉर्पोरेट वर्कर भी शरमा जाए. हम यहां बेंगलुरु में रहने वाली रूसी महिला यूलिया असलमोवा (Iuliia Aslamova) की बात कर रहे हैं. वह अपने घर की नौकरानी को 45000 रुपये महीने के देती है. यूलिया ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट पर इस बारे में बात की है.
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यूलिया ने चीजों को प्राेफेश्नली किया हैंडल
यूलिया ने अपने पोस्ट में कहा, उन्हें सबसे ज्यादा गर्व इस बात का है कभी किसी भी कर्मचारी ने उनके यहां से नौकरी नहीं छोड़ी है. यूलिया लोगों को हमेशा आगे बढ़ते रहने के लिए मोटिवेट करने और लॉग टर्म रिलेशन बनाए रखने में यकीन करती हैं. जब अपनी बेटी के लिए एक नैनी हायर करने की बात आई, तो यूलिया ने इस प्रॉसेस को गंभीरता से लेते हुए 20 लोगों के इंटरव्यू लिए, अपनी एक चेकलिस्ट तैयार की ताकि लोगों को यह समझने में आसानी हो कि वह किस तरह के इंसान के पास अपनी बच्ची की जिम्मेदारी सौंपना चाहती है.
नैनी को अच्छी-खासी सैलरी हाइक भी
यूलिया ने मोलभाव करने के बजाय अच्छी सैलरी देने का ऑप्शन चुना ताकि सर्विस देने में कोई चूक न हो, आखिर सवाल उनकी बेटी की देखभाल से जो जुड़ा था. इतना ही नहीं, एक साल बाद नैनी को 10 परसेंट सैलरी हाइक भी दी गई. इसके अगले साल KPI सिस्टम शुरू किया गया ताकि उसे उसके परफॉर्मेंस के आधार पर अधिक भुगतान किया जा सके. तीसरे साल तक फुलटाइम जॉब होने के बाद 1.7 गुना सैलरी ग्रोथ, प्रोफेश्नल ट्रेनिंग, ड्राइविंग वगैरह की सिखाई गई ताकि एलिना को नैनी अपने साथ स्कूल भी ले जा सके.
यूलिया का मानना है कि काम चाहे जो भी हो उसे प्रोफेश्नली एक समान ट्रीट किया जाना चाहिए ताकि शिकायत करने का कोई मौका ही नहीं रहे. यूलिया के इस पोस्ट पर जमकर रिएक्शंस आ रहे हैं. लोग उनकी इस सोच की जमकर तारीफ कर रहे हैं.