Indian Rupee vs US Dollar: भारतीय रुपये में लगातार तीसरे दिन मजबूती देखने को मिली है. रिकॉर्ड निचले स्तर से उभरते हुए रुपया हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को 21 पैसे चढ़कर 87.75 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी पूंजी प्रवाह में वृद्धि और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों की धारणा को मजबूत किया है.
रुपये में क्यों आई मजबूती?
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (Interbank Forex Market) में रुपया 87.91 प्रति डॉलर पर खुला और तेजी के साथ 87.75 प्रति डॉलर के उच्च स्तर को छू गया. यह पिछले बंद भाव से 21 पैसे की बढ़त दर्शाता है. गुरुवार को रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 87.96 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार की मानें तो प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में नरमी और जोखिम आधारित निवेश रुख में सुधार से रुपये में लगातार तेजी दर्ज की गई है. विदेशी पूंजी प्रवाह और केंद्रीय बैंकों के रणनीतिक हस्तक्षेप ने इस बढ़त को गति दी है.
उन्होंने आगे कहा कि आगामी छुट्टियों से पहले रुपया सीमित दायरे में स्थिर रह सकता है. हालांकि, इसकी आगे की दिशा डॉलर के प्रवाह और वैश्विक भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर निर्भर करेगी. निकट भविष्य में डॉलर-रुपया जोड़ी में 87.60 पर समर्थन (support) और 88.70 पर प्रतिरोध (resistance) देखने को मिल सकता है.
कच्चे तेल और शेयर बाजार का हाल
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.16% गिरकर 98.17 पर आ गया. ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत भी 0.26% घटकर 60.90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई. घरेलू शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट देखी गई — सेंसेक्स 261.58 अंक फिसलकर 83,206.08 पर और निफ्टी 76.70 अंक गिरकर 25,508.60 पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) गुरुवार को लिवाल रहे और उन्होंने 997.29 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.