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    Symptoms Of kidney failure: ये 5 लक्षण दिखें तो समझ जाएं हो गई प्रेमानंद महाराज वाली बीमारी, जानें बचने का तरीका

    5 days ago

    Kidney Disease Prevention Tips: प्रेमानंद महाराज जी की तबियत इस समय खराब है. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो आया था, जिसमें उनका चेहरा  सूजा और लाल दिखाई दे रहा था और आवाज में कंपकंपी दिख रहा था. चारों तरह मंदिर हो या मस्जिद हो, लोग उनके स्वस्थ्य होने की प्रार्थना कर रहे हैं.  श्री हित राधा केली कुंज परिवार ने महाराज जी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि महाराज जी स्वस्थ हैं और अपनी दिनचर्या बनाए रखे हुए हैं. प्रशासन ने भी लोगों को अफवाह न फैलने के लिए कहा है. चलिए आपको बताते हैं कि वे कौन से 5 लक्षण हैं, जिनको देखकर आपको पता चल सकता है कि आपको प्रेमानंद महाराज वाली बीमारी है. 

    प्रेमानंद महाराज को बीमारी 

    अगर बात करे कि प्रेमानंद महाराज को कौन सी बीमारी है, तो प्रेमानंद महाराज पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से प्रभावित है. यह एक जनेटिक बीमारी है, जिसमे किडनी धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती है. इस बीमारी के बारे में महाराज जी को कई सालों पहले ही पता चल गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाराज जी ने दिल्ली के डॉक्टरों से इसकी जांच करवाई थी, जिसके बाद उन्हें पता चला था कि उनकी दोनों किडनियां खराब हो चुकी हैं. उनको पता चल गया था कि उनके पास 2 से 5 साल का समय बचा है.

    कैसे पता चलता है कि आपको भी यह दिक्कत 

    जब किसी व्यक्ति को पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज होती है, तो पहले शुरुआत में लक्षण दिखना मुश्किल हो सकता है. समय के साथ जैसे ही यह बीमारी बढ़ने लगती है, इंसान में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं. अगर इसके पांच लक्षणों की बात करें तो, सबसे पहले पेट या कमर में लगातार दर्द होता है. इसमें पीठ या पेट के निचले हिस्से में लगातार या समय-समय पर दर्द हो सकता है. दूसरे नम्बर पर पेशाब में खून आना की समस्या हो सकती है, ऐसी स्थिति इस लिए होती है क्योंकि कभी-कभी किडनी की सिस्ट फट सकती हैं या उनमें चोट आ सकती है, जिससे पेशाब में खून मिल सकता है. इसके अलावा आपको बार-बार यूरिनरी इंफेक्शन की दिक्कत हो सकती है. किडनी की कार्यक्षमता कम होने से टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिसके चलते आपको थकावट, ऊर्जा की कमी और खासकर हाथों-पैरों में सूजन की दिक्कत हो सकती है. किडनी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में एक बड़ा रोल निभाती हैं, अगर आपको लगातार हाई बीपी की समस्या है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है. 

    बचने के उपाय

    इससे बचने का उपाय यही है कि अगर आपके परिवार में पहले से किडनी संबंधी रोग रहा हो, तो अल्ट्रासाउंड या अन्य इमेजिंग टेस्ट समय-समय पर जरूरी हैं. इसके अलावा अगर आप हाई बीपी से परेशान हैं, तो दवा लें और लाइफस्टाइल में सुधार करें. पर्याप्त मात्रा में पानी पीना किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करता है, ताकि वे टॉक्सिन्स को निकाल सकें.

    इसे भी पढ़ें: क्या आप भी रोज लेते हैं शॉवर तो अपने फेफड़ों को बना रहे इंफेक्शन का शिकार? यह बैक्टीरिया बना खतरा

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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