टेस्ट को दशकों से क्रिकेट का 'क्लासिक फॉर्मेट' कहा जाता रहा है. कभी-कभी पांच दिन तक चलने वाले मैच में अंत तक पता नहीं होता कि कौन जीतेगा? एक क्रिकेट फैन टेस्ट मैच देखने में आनंद की अनुभूति करता है, फिर चाहे बल्लेबाज पूरे दिन 'टुक-टुक' ही क्यों ना खेलते रहें. अब ऐसा लगता है, टेस्ट फॉर्मेट एक नए युग में प्रवेश करने वाला है. दरअसल एक भारतीय बिजनेसमैन ने 'टेस्ट ट्वेंटी' लीग लॉन्च की है, जिसमें कुल 6 टीम भाग ले सकती है.
बताया जा तहा है कि 'टेस्ट ट्वेंटी' लीग का आगाज अगले साल जनवरी में हो सकता है. इसमें तीन भारतीय टीमों के अलावा तीन इंटरनेशनल टीम भाग ले सकती हैं. इंटरनेशनल टीमों में दुबई, लंदन से एक-एक और आखिरी टीम यूएसए की हो सकती है. मगर ये 'टेस्ट ट्वेंटी' लीग है क्या और ये खेली कैसे जाएगी? इसमें कितने ओवर होंगे और आखिर टेस्ट मैच एक ही दिन में कैसे खत्म हो जाएगा? यहां आपको सारी डिटेल एकसाथ मिलेंगी.
कैसे खेले जाएंगे 'टेस्ट ट्वेंटी' के मैच?
टेस्ट क्रिकेट को 'टी20' का टच दिया गया है. पूरा मैच एक ही दिन में खेला जाएगा, जिसमें शुरू से लेकर अंत तक 80 ओवर फेंके जाएंगे और प्रत्येक पारी 20 ओवर की होगी. यानी प्रत्येक टीम मैच में बीस-बीस ओवर की 2 पारियों में बैटिंग करेगी. मैच का परिणाम जीत, हार, टाई और ड्रॉ के रूप में आ सकता है. वहीं मैच टाई होने की स्थिति में सुपर ओवर करवाया जाएगा.
एक मैच में टीम को सिर्फ एक ही पावरप्ले मिलेगा, जो लेने के बाद लगातार 4 ओवर चलेगा. यह कप्तान निर्णय लेगा कि उसे पहली या दूसरी, पावरप्ले किस पारी में लेना है. आमतौर पर टेस्ट में 200 या उससे ज्यादा रनों की बढ़त पर फॉलोऑन दिया जाता है, लेकिन टेस्ट ट्वेंटी में 75 रनों या उससे ज्यादा की बढ़त पर फॉलोऑन दिया जा सकेगा.
मैच में बढ़ जाएंगे ओवर, आखिर कैसे?
अगर पहले खेलने वाली टीम 7 ओवरों में ही ऑलआउट हो जाती है, तो दूसरी पारी में बैटिंग करने वाली टीम को 3 अतिरिक्त ओवर मिल जाएंगे. इसलिए उसे पहली पारी में बैटिंग के लिए 20 के बजाय 23 ओवर मिलेंगे. हालांकि इसका दूसरी पारी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. दोनों पारियों में मिलकर कोई गेंदबाज सिर्फ 8 ओवर ही गेंदबाजी कर सकता है.
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