एम्स, नई दिल्ली में रुमेटोलॉजी विभाग की प्रमुख उमा कुमार ने आईएएनएस को बताया, "उच्च प्रदूषण स्तर जोड़ों की बीमारी को और बिगाड़ सकता है. पार्टिकुलेट मैटर, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और ओजोन शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा करते हैं, जिससे गठिया के रोगियों में दर्द, अकड़न और थकान बढ़ सकती है."
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