Breast Cervical Pain: आजकल कंधों का दर्द यानी सर्वाइकल पेन एक आम समस्या बन गई है. इसके पीछे तमाम कारण बताए जाते हैं, जैसे कि लंबे समय तक लैपटॉप, मोबाइल का इस्तेमाल, गलत पोजिशन में बैठना और तनाव आदि. लेकिन क्या आपको मालूम है कि महिलाओं में ब्रेस्ट साइज से भी इस पर असर पड़ता है. ज्यादातर महिलाओं को इसके बारे में पता नहीं होता है, लेकिन बड़ा ब्रेस्ट साइज भी सर्वाइकल पेन का कारण बन सकता है. यह बात कई रिसर्च और हेल्थ रिपोर्ट में निकल कर सामने आ चुकी है. चलिए आपको बताते हैं कि कैसे यह सर्वाइकल पेन का कारण बनती है और कैसे इससे बचा जा सकता है.
कैसे पड़ता है असर?
PubMed Central में पब्लिश एक रिसर्च के अनुसार, एक स्टडी "The Association Between Female Breast Size, Backache, and Spinal Pain” में यह मिला कि बड़े ब्रेस्ट साइज का थोरैसिक और सर्वाइकल इलाके में दर्द का संबंध है. उदाहरण के लिए, B कप वालों में केवल 4.9 प्रतिशत ने पीठ दर्द की शिकायत की, जबकि DD/E कप वालों में 85 प्रतिशत में दर्द पाया गया. अगर इसको ज्यादा सरल शब्दों में समझें, तो इसका मतलब यह होता है कि उस रिसर्च में जिन महिलाओं का ब्रेस्ट साइज B कप था, उनमें केवल करीब 4.9 प्रतिशत महिलाओं ने ही पीठ दर्द की शिकायत की.
वहीं, DD या E कप साइज वाली महिलाओं पर देखा गया, तो वहाँ लगभग 85 प्रतिशत महिलाओं को पीठ या सर्वाइकल क्षेत्र का दर्द था. यानी कि जितना बड़ा ब्रेस्ट साइज, उतना ज़्यादा गर्दन और पीठ दर्द का खतरा. इसी में एक दूसरी पब्लिश स्टडी “The relationship between breast size and aspects of health” (2020) में यह निकल कर आया कि हर ब्रेस्ट साइज में बढ़ोत्तरी के चलते महिलाओं के ऊपरी पीठ दर्द की रिपोर्ट करने की संभावना 13 प्रतिशत बढ़ जाती है.
बेंगलुरु स्थित एस्थेटिक्स एंड प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर एन. जितेन्द्रन ने बताया कि जिन महिलाओं का ब्रेस्ट साइज बड़ा होता है, जैसे कि D कप या उससे बड़ा, उनमें सर्वाइकल पेन की दिक्कत ज्यादा होती है. ये शरीर को आगे की तरफ खींचते हैं और इससे गर्दन और कंधे की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है, जिसके चलते इस तरह की दिक्कत होने लगती है.
कैसे करें बचाव?
अगर इससे बचाव की बात करें तो हमेशा सपोर्टिव और सही फिटिंग वाली ब्रा पहनें. इससे यह होता है कि ब्रा या वाइड स्ट्रैप ब्रा गर्दन और कंधे पर दबाव को कम करती है. एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि पतली स्ट्रैप वाली ब्रा से बचें, क्योंकि ये कंधों में गहराई तक दबाव डाल सकती हैं. इसके अलावा सीधे बैठने और खड़े होने की आदत डालें, कंधे झुकाकर बैठने से बचें और हल्के दर्द में गर्म सिकाई या ठंडी सिकाई करें.
इसे भी पढ़ें: Premanand Maharaj Kidney Disease: किडनी की किस बीमारी से जूझ रहे प्रेमानंद महाराज, इसमें मौत का खतरा कितना ज्यादा?
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.