दिवाली में अब कुछ ही दिन शेष हैं, लेकिन दिल्ली के पटाखा कारोबारी अभी भी अनुमति और लाइसेंस संबंधी उलझनों में फंसे हुए हैं. इस स्थिति को देखते हुए चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने दिल्ली सरकार से अपील की है कि अगले 24 घंटे के भीतर सभी आवश्यक अनुमति और लाइसेंस जारी किए जाएं, ताकि बाजारों में समय पर ग्रीन पटाखे उपलब्ध हो सकें.
गुरुवार को सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पटाखा कारोबारी दिल्ली सचिवालय पहुंचे और सरकार से अपनी मांगों को लेकर एक शांतिपूर्ण कैंपेन चलाया. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा और रवीन्द्र इंद्राज से मुलाकात की. कारोबारियों ने कहा कि अगर अनुमति देने में देर हुई, तो न केवल कारोबारियों को नुकसान होगा बल्कि राजधानी में दिवाली की रौनक भी फीकी पड़ जाएगी.
24 घंटे में मंजूरी देने की मांग पर अड़े कारोबारी
मुलाकात के बाद बृजेश गोयल ने बताया कि पटाखा कारोबारियों ने सरकार से अपील की है कि सभी संबंधित विभाग—जैसे ऑफिस ऑफ एक्सप्लोजिव डिपार्टमेंट, डीएम ऑफिस, फायर डिपार्टमेंट और पुलिस प्रशासन—एक ही दिन में लाइसेंस और परमिट जारी करें. उन्होंने कहा कि एनसीआर के शहरों में ग्रीन पटाखों के ऑर्डर पहले ही दे दिए गए हैं, इसलिए किसी भी देरी का असर बाजार और दिवाली की तैयारियों पर पड़ेगा.
सिर्फ पांच दिन बचे, कारोबारियों के लिए चुनौती बढ़ी
पटाखा कारोबारी सुनील जैन और इन्द्र गोयल ने बताया कि दिवाली में अब सिर्फ पांच दिन शेष हैं, और इतने कम समय में सभी विभागों से लाइसेंस प्राप्त करना बेहद चुनौतीपूर्ण है. दिल्ली में करीब 185 स्थायी पटाखा लाइसेंस धारक कारोबारी हैं, जिन्हें भारत सरकार के ऑफिस ऑफ एक्सप्लोजिव डिपार्टमेंट से लाइसेंस मिलता है. पिछले कुछ वर्षों से इन कारोबारियों के लाइसेंस निलंबित हैं, जिनके नवीनीकरण के बिना आगे की प्रक्रिया संभव नहीं.
दिल्ली में बंद हैं फैक्ट्रियां, बाहर से आएंगे ग्रीन पटाखे
बृजेश गोयल ने बताया कि दिल्ली में पिछले कई वर्षों से पटाखों पर प्रतिबंध के कारण अधिकांश फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं. इस बार कारोबारी एनसीआर और अन्य राज्यों से ग्रीन पटाखे मंगवाने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार अगले 24 घंटे में सभी आवश्यक अनुमति जारी कर दे, तो 18 अक्टूबर से दिल्ली के बाजारों में ग्रीन पटाखे उपलब्ध कराए जा सकते हैं.