दिवाली सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं है, बल्कि धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक का पूरा सप्ताह खाने-पीने और खुशियां मनाने में निकल जाता है. ऐसे में ओवरईटिंग यानी जरूरत से ज्यादा खाना बहुत आम बात है, लेकिन इससे सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. खासकर जब खाने में मिठाइयां, चटपटे स्नैक्स, मसालेदार पकवान और तले-भुने आइटम शामिल हों, तो पेट की समस्याएं, थकान, सुस्ती, गैस, अपच, कब्ज, एसिडिटी जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं.
जिन लोगों को डायबिटीज, दिल की बीमारी, मोटापा या पाचन संबंधी परेशानियां हैं, उन्हें तो और भी ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है, क्योंकि त्योहार के बहाने अक्सर हम अपनी हेल्थ का ध्यान रखना भूल जाते हैं. लेकिन अगर आप थोड़ी सी समझदारी और कुछ आसान आदतें अपनाएं, तो मिठाइयों और स्नैक्स की क्रेविंग को कंट्रोल करते हुए बिना ओवरईटिंग किए दिवाली का भरपूर मजा उठा सकते हैं. तो चलिए जानते हैं कैसे मिठाईयों से लेकर स्नैक्स की क्रेविंग रोकें.
कैसे मिठाइयों से लेकर स्नैक्स की क्रेविंग रोकें (Diwali 2025 Overeating)
1. खाने से पहले सोचें, फिर खाएं - दिवाली के दौरान घर में हर कोने में कुछ ना कुछ खाने का सामान रखा होता है. मिठाइयां, नमकीन, स्नैक्स, सब आपकी नजरों के सामने होते हैं. ऐसे में जब भी कुछ खाने का मन हो, तो खुद को 5 सेकंड रोकिए. सोचिए, क्या आपको वाकई भूख लगी है या बस टेस्ट देखकर खा रहे हैं. ये छोटी सी आदत ओवरईटिंग से बचाने में बहुत मदद करती है.
2. नजरों से दूर रखें तला- जो चीजें आंखों के सामने होती हैं, उन्हें खाने का मन बार-बार करता है. इसलिए मिठाइयों और स्नैक्स को हमेशा टेबल पर या किचन काउंटर पर न रखें. फ्रिज में मिठाइयों को कोने में रखें और स्नैक्स को बंद डिब्बों में स्टोर करें. जितना कम दिखेगा, उतनी ही कम क्रेविंग होगी.
3. खाने की पहले से करें प्लानिंग - अगर आप पहले से तय कर लें कि दिनभर क्या खाना है, तो बिना सोचे-समझे खाने से बच सकते हैं. जैसे छोटे प्लेट का यूज करें, ताकि कम खाना परोसे और बार-बार लेने का मन ना करे. अगर बाहर पार्टी में जा रहे हैं, तो घर लौटकर फिर से न खाएं. खाने की मात्रा और समय दोनों की प्लानिंग आपको ओवरईटिंग से दूर रखेगी.
4. पूरी नींद लें - त्योहारी दिनों में देर तक काम करने और रात भर सजावट या पकवान बनाने से नींद पूरी नहीं हो पाती, नींद की कमी से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है, जिससे भूख ज्यादा लगती है. खासकर मीठा खाने का मन करता है. इसलिए कोशिश करें कि रोज कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें.
5. माइंडफुल ईटिंग अपनाएं - दिवाली के दौरान अक्सर हम खाने को लेकर अलर्ट नहीं रहते, चलते-फिरते, टीवी देखते हुए, या बातचीत करते-करते खाते हैं. माइंडफुल ईटिंग यानी खाना खाते समय सिर्फ खाने पर ध्यान देना, हर बाइट अच्छे से चबाकर, टेस्ट को महसूस करते हुए खाएं, इससे पेट जल्दी भरता है और हम जरूरत से ज्यादा नहीं खाते हैं.
6. हेल्दी स्नैक्स को रखें सामने - जब भूख लगे तो स्नैक्स की जगह हेल्दी ऑप्शन जैसे भुने चने, ड्राई फ्रूट्स, मखाने, या फल जैसे ऑप्शन को पास में रखें. इससे बार-बार कुछ तला-भुना खाने का मन नहीं करेगा और पेट भी हल्का रहेगा.
7. मील्स के बीच रखें गैप - एक बार खाने के बाद अगली मील के बीच 3 से 4 घंटे का गैप जरूरी होता है. इससे पाचन बेहतर रहता है और आप बार-बार कुछ न कुछ खाने से बचते हैं. अगर दिन में दो बार हैवी मील खा लिया है, तो तीसरी बार सिर्फ हल्का फल या हेल्दी स्नैक लें.
8. पानी पिएं, क्रेविंग होगी कम - खाने से 15 या 20 मिनट पहले एक गिलास पानी पीने से भूख थोड़ी कम लगती है और आप कम खाएंगे. साथ ही, पूरे दिन शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है ताकि पाचन तंदुरुस्त रहे और आपको सुस्ती न लगे.
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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