Pankaj Dheer cause of death: महाभारत में कर्ण की भूमिका निभाने वाले एक्टर पंकज धीर का निधन हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह काफी समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे. हालांकि, वह ठीक हो गए थे, लेकिन पिछले दो-तीन महीने में उनकी हालत बिगड़ती चली गई. आइए जानते हैं कि किस कैंसर से पंकज धीर का निधन हुआ? यह कैंसर कितना खतरनाक है? इसके लक्षण कैसे होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है?
कौन सा कैंसर
एक्टर धीर कैंसर की जंग जीत चुके थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों में उनकी हालत काफी खराब थी. दोबारा कैंसर लौटने के चलते उनकी स्थिति काफी नाजुक हो गई थी. इसके चलते उनकी एक सर्जरी भी की गई थी. हालांकि उसके बाद भी उन्हें नहीं बचाया जा सका. हालांकि अभी तक यह खुलासा नहीं हो सका है कि उनको कौन सा कैंसर था. लेकिन पिछले कुछ सालों में कैंसर के चलते मौत का सिलसिला काफी तेजी के साथ बढ़ा है. गलत खानपान और लाइफस्टाइल के चलते बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं.
कितना खतरनाक होता जा रहा कैंसर
कैंसर आज दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में से एक बन चुका है. यह बीमारी शरीर में अनकंट्रोल सेल्स की बढ़ोत्तरी वृद्धि से होती है, जो धीरे-धीरे अंगों का कामकाज बिगाड़ देती है. खास बात यह है कि कैंसर सिर्फ वहीं नहीं रुकता जहां यह शुरू होता है, बल्कि खून और लसिका के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों तक फैल सकता है. यही कारण है कि इसका इलाज मुश्किल हो जाता है और मौत का खतरा बढ़ जाता है. WHO की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में दुनिया भर में लगभग 1 करोड़ लोगों की मौत कैंसर से हुई थी. यह आंकड़ा साबित करता है कि कैंसर दुनिया में मौत का एक प्रमुख कारण बन चुका है. अमेरिका की नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI)भी इस बात की पुष्टि करती है कि ज्यादातर मौतें कैंसर के फैल जाने यानी मेटास्टेसिस के कारण होती हैं, न कि केवल शुरुआती ट्यूमर से. कैंसर की यही स्थिति उसे दूसरे बीमारियों से खतरनाक बनाती है.
कैसे कर सकते हैं बचाव
अगर बात करें कि कैंसर से बचाव के लिए क्या किया जा सकता है, तो अगर इसका पता शुरुआती स्टेज में न चले, तो बाद में यह शरीर के बाकी हिस्सों में तेजी से फैल जाता है. इसे कम करने के लिए आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर सकते हैं, जैसे कि तंबाकू और शराब से दूरी, हेल्दी डाइट और डेली एक्सरसाइज कर सकते हैं. इसके अलावा इसे रोकने के लिए लोग सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी का सहारा लेते हैं. हालांकि, यह कितना कारगर साबित होता है यह मरीज के ठीक होने के बाद पता चलता है.
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Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.