SEARCH

    Select News Languages

    GDPR Compliance

    We use cookies to ensure you get the best experience on our website. By continuing to use our site, you accept our use of cookies, Privacy Policies, and Terms of Service.

    https://www.mirzakart.com
    https://www.mirzakart.com

    Side effects of hair color: हर महीने कराते हैं बालों में कलर तो तुरंत कर दें बंद, वरना इतनी तरह के कैंसर बॉडी में बना लेंगे घर

    6 days ago

    Hair Dye Cancer Risk: आजकल हर कोई स्मार्ट दिखना चाहता है. इसके लिए वह तरह-तरह के उपाय करता है. कुछ लोग कपड़ों पर ध्यान देते हैं, तो कुछ पर्सनैलिटी को निखारने के लिए बालों में कलर करना पसंद करते हैं. इसके लिए मार्केट में डाई और हेयर कलर के ढेरों ब्रांड मौजूद हैं, जिनकी कीमत कम और ज्यादा होती है. इसके साथ ही ये बालों को अलग-अलग रंग में रंग देते हैं. लेकिन अगर आप हर महीने ही इन केमिकल वाले कलर से अपने बालों को रंगवाते हैं, तो सावधान होने की जरूरत है. एक्सपर्ट और रिसर्च बताते हैं कि हेयर डाई में मौजूद कई केमिकल्स लंबे समय में शरीर के लिए घातक साबित हो सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इनसे कौन-सी बीमारियां हो सकती हैं.

    क्या दिक्कत हो सकती है?

    अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के रिसर्च “Hair Dyes and Cancer Risk” में हेयर डाई और विशेष रूप से ब्लड कैंसर (ली्यूकेमिया, लिम्फोमा), ब्लैडर कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर आदि के बीच संबंध की संभावना देखी गई है. इसके अलावा Harvard Health Blog: Do hair dyes increase cancer risk? में यह बताया गया है कि कई स्टडी ने यह नहीं दिखाया कि सामान्य हेयर डाई उपयोग से सभी तरह के कैंसर का जोखिम बढ़ता है, लेकिन कुछ सब-टाइप कैंसर जैसे बेसल सेल कार्सिनोमा में मामूली वृद्धि की संभावना पाई गई है. इसके अलावा कई अन्य रिसर्च में इस बात का जिक्र है कि उन महिलाओं में, जो नियमित रूप से परमानेंट हेयर डाई उपयोग करती थीं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम लगभग 90 प्रतिशत अधिक था. हेयर डाई और कलर में पैराफिनिलीन डायमाइन, अमोनिया, हाइड्रोजन पेरॉक्साइड और कई तरह के एरोमैटिक एमाइंस जैसे केमिकल पाए जाते हैं. ये हमारे स्कैल्प के जरिए ब्लडस्ट्रीम में पहुंच सकते हैं. इससे बालों को कई दूसरे तरह से नुकसान होते हैं, जैसे कि बालों का झड़ना और टूटना, स्कैल्प पर जलन और एलर्जी का खतरा, बालों का पतला होना और घनापन कम होना और बालों की बनावट में बदलाव होना.

    इससे कैसे करें बचाव?

    अगर इससे बचाव की बात करें, तो इसमें सबसे जरूरी बात यह है कि इसका बार-बार यूज करने से बचना चाहिए. जब लगे कि बहुत जरूरी है तभी इसका यूज करना चाहिए. सरल शब्दों में कहें तो कोशिश करें कि हर 3-4 महीने से पहले कलर न कराएं. अमोनिया-फ्री और हर्बल हेयर कलर का उपयोग करें. कलर करते समय ग्लव्स और ब्रश का इस्तेमाल करें, ताकि केमिकल सीधे हाथों और स्किन पर न लगे. बालों को कलर करने के बाद अच्छी तरह धोएं और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें.

    इसे भी पढ़ें: Diwali Cleaning Tips for Health: दिवाली की सफाई करते वक्त भूल से भी मत कर देना यह गलती, शरीर में घर बना लेगी यह बीमारी

    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

    Click here to Read more
    Prev Article
    Brandy Drinking Tips: 99% लोग नहीं जानते ब्रांडी पीने का तरीका, क्या आप भी करते हैं ऐसी गलती?
    Next Article
    Pankaj Dheer Death: किस कैंसर से हुआ महाभारत के कर्ण पंकज धीर का निधन, यह कितना खतरनाक?

    Related स्वास्थ्य Updates:

    Comments (0)

      Leave a Comment